आज के डिजिटल युग में, टेक्नोलॉजी ने हमारे जीवन को पूरी तरह बदल दिया है। ऑगमेंटेड रियलिटी (Augmented Reality – AR) एक ऐसी ही क्रांतिकारी तकनीक है! जो वास्तविक दुनिया को डिजिटल तत्वों के साथ मिलाकर एक नया अनुभव प्रदान करती है। लेकिन यह AR Technology है क्या? What is Augmented Reality (AR)? और यह काम कैसे करती है? साथ ही AR की कार्यप्रणाली, प्रकार, उपयोग, फायदे, नुकसान और भविष्य क्या है? आइए, विस्तार से जानते हैं।
Augmented Reality (AR) क्या है?
आगमेंटेड रियलिटी (AR) एक ऐसी तकनीक है! जो वास्तविक दुनिया के वातावरण में कंप्यूटर जनरेटेड इमेज, वीडियो, 3D Model या अन्य डिजिटल सूचनाओं को Overlay करके यूजर को एक संवर्धित (Augmented) अनुभव प्रदान करती है। ऑगमेंटेड रियलिटी, Virtual Reality (VR) से अलग है। क्योंकि VR पूरी तरह से Computer Generated Environment बनाता है। जबकि AR वास्तविक दुनिया में डिजिटल तत्वों को जोड़ता है।
AR के मुख्य घटक:
- वास्तविक दुनिया का वातावरण – AR वास्तविक दृश्यों के साथ काम करता है।
- डिजिटल सामग्री – AR में 3D मॉडल, टेक्स्ट, वीडियो या ऑडियो जैसे डिजिटल तत्व शामिल होते हैं।
- इंटरएक्टिविटी – उपयोगकर्ता AR तत्वों के साथ इंटरैक्ट कर सकता है।
- रियल-टाइम इंटीग्रेशन – AR डिजिटल सामग्री को वास्तविक समय में प्रदर्शित करता है।
AR vs VR में अंतर
आगमेंटेड रियलिटी (AR) और वर्चुअल रियलिटी (VR) में बहुत अंतर है। AR वास्तविक दुनिया में Digital Objects को जोड़ता है। जबकि VR पूरी तरह कृत्रिम Computer Generated 3D दुनिया बनाता है। दोनों ही तकनीकें अलग-अलग उद्देश्यों के लिए उपयोग की जाती हैं। आइए, समझते हैं कि AR vs VR के बीच क्या अंतर है :-
| पैरामीटर | AR (ऑगमेंटेड रियलिटी) | VR (वर्चुअल रियलिटी) |
|---|---|---|
| वातावरण | वास्तविक दुनिया + डिजिटल तत्व | पूरी तरह से कृत्रिम वातावरण |
| डिवाइस | स्मार्टफोन, AR ग्लास | VR हेडसेट (Oculus, HTC Vive) |
| इंटरैक्शन | वास्तविक दुनिया के साथ संवाद | पूरी तरह से डिजिटल दुनिया में डूबना |
| उपयोग | गेमिंग, शिक्षा, मार्केटिंग | गेमिंग, सिमुलेशन, ट्रेनिंग |
| उदाहरण | पोकेमॉन गो, Snapchat फिल्टर्स | Beat Saber, VR चैटरूम |
AR और VR दोनों ही आधुनिक तकनीकें हैं! जो हमारे जीवन को अधिक Interactive और सुविधाजनक बना रही हैं। लेकिन दोनों में बहुत फर्क है। जहां AR वास्तविक दुनिया को बेहतर बनाने में मदद करता है। वहीं VR हमें एक नई दुनिया का अनुभव कराता है।
Augmented Reality कैसे काम करती है?
अब सवाल यह है कि AR Technology काम कैसे करती है? How Does AR Work? तो यह असल में वास्तविक दुनिया में डिजिटल सामग्री को ओवरले करके काम करती है। और इसके लिए कई Hardware और Software घटकों की मदद लेती है। इसकी कार्यप्रणाली (Working of AR) निम्नलिखित चरणों में पूरी होती है :-
1. Environment Capture
यह AR Process का पहला चरण है। जिसमें वास्तविक दुनिया के वातावरण को कैप्चर किया जाता है। इसमें डिवाइस का Camera और Sensors (जैसे कि LiDAR, RGB कैमरा) वास्तविक दृश्यों की Images या Videos को रिकॉर्ड करते हैं। साथ ही, Accelerometer और Gyroscope जैसे सेंसर Device की स्थिति, गति और दिशा का पता लगाते हैं। यह डेटा AR System को यह समझने में मदद करता है कि उपयोगकर्ता किस वातावरण में है। और Digital Content को कहाँ प्रदर्शित करना है।
2. Data Processing & Object Recognition
कैप्चर किए गए डेटा को AR System द्वारा Process किया जाता है। इस चरण में:
- कंप्यूटर विजन एल्गोरिदम वास्तविक दुनिया की वस्तुओं (जैसे टेबल, दीवार, चेहरे) को पहचानते हैं।
- SLAM (Simultaneous Localization and Mapping) तकनीक का उपयोग करके वातावरण का 3D मैप बनाया जाता है। ताकि Digital Objects को सही स्थान पर रखा जा सके।
- मार्कर-आधारित AR में, QR Code या विशिष्ट Images को Scan किया जाता है।
3. Digital Content Overlay
एक बार वातावरण और वस्तुओं की पहचान हो जाने के बाद, AR सिस्टम Digital Content (जैसे 3D Model, Animation, Text आदि) को वास्तविक दुनिया में ओवरले करता है। यह कॉन्टेंट पहले से डिजायन किया गया होता है। या फिर Cloud से Real-Time Load किया जाता है। उदाहरण के लिए, IKEA Place App में Furniture का 3D Model उपयोगकर्ता के रूम में दिखाया जाता है।
4. Rendering & Display
इस चरण में, डिजिटल कंटेंट को उपयोगकर्ता के डिवाइस (Smartphone, AR Glass आदि) की स्क्रीन पर प्रदर्शित किया जाता है। Rendering के लिए शक्तिशाली GPU और ऑप्टिमाइज़्ड सॉफ्टवेयर (जैसे कि Unity, Unreal Engine) का उपयोग किया जाता है। ताकि डिजिटल ऑब्जेक्ट वास्तविक दुनिया के साथ सहजता से मेल खाएं। उदाहरण के लिए, Snapchat Filters में चेहरे पर Digital Mask बिल्कुल सही पोजिशन में दिखाई देते हैं।
5. User Interaction
एआर सिस्टम यूजर को Digital Content के साथ Interact करने की सुविधा देता है। इसके निम्न तरीके हो सकते हैं :-
- टच स्क्रीन (Touch Screen): स्मार्टफोन पर Tap या Swipe करके ऑब्जेक्ट को घुमाना या छोटा-बड़ा करना।
- वॉइस कमांड (Voice Command): AR नेविगेशन में बोलकर निर्देश देना।
- हैंड जेस्चर (Hand Gesture): AR ग्लास (जैसे कि Microsoft HoloLens) में हाथों के इशारों से Control करना।
6. Real-Time Updates
एआर सिस्टम Environment और User Activities को लगातार को Track करता है। और उन्हें Real-Time में Update करता है। यदि यूजर अपने डिवाइस को घुमाता है। या वातावरण बदलता है! तो Digital Content भी उसी के अनुसार Adjust हो जाता है। उदाहरण के लिए, Pokemon GO में पोकेमॉन User के मूवमेंट के अनुसार दिखाई देते हैं।
AR की मुख्य तकनीकें
ऑगमेंटेड रियलिटी कई Hardware और Software तकनीकों के संयोजन से काम करती है। इसमें उपयोग की जाने वाली प्रमुख तकनीकें (AR Technologies) निम्नलिखित हैं :-
हार्डवेयर (Hardware)
- कैमरा (Camera): वास्तविक दुनिया को कैप्चर करने के लिए (स्मार्टफोन, AR ग्लास)।
- सेंसर (Sensor): जाइरोस्कोप, एक्सेलेरोमीटर, GPS (गति और स्थान का पता लगाने के लिए)।
- प्रोसेसर (Processor): डेटा को तेजी से प्रोसेस करने के लिए (उच्च-क्षमता वाले CPU/GPU)।
- डिस्प्ले (Display): स्मार्टफोन स्क्रीन, AR हेडसेट (Microsoft HoloLens, Magic Leap)।
- इनपुट डिवाइस (Input Device): टच स्क्रीन, वॉइस कमांड, हैंड जेस्चर।
2. सॉफ्टवेयर (Software)
- AR SDK (सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट किट)
- ARKit (Apple): iOS डिवाइसों के लिए।
- ARCore (Google): Android डिवाइसों के लिए।
- Vuforia: मार्कर-आधारित AR के लिए।
- 3D मॉडलिंग टूल्स: Blender, Unity, Unreal Engine।
- कंप्यूटर विजन एल्गोरिदम: ऑब्जेक्ट रिकग्निशन और ट्रैकिंग के लिए।
Augmented Reality (AR) के प्रकार
आगमेंटेड रियलिटी (AR) की दुनिया में विविधता का खजाना छिपा है। जिस तरह अलग-अलग मौकों के लिए अलग कपड़े होते हैं। उसी तरह अलग-अलग जरूरतों के लिए AR के अलग-अलग प्रकार विकसित किए गए हैं। लेकिन मुख्य मुख्य रूप से इसे चार श्रेणियों में बांटा जा सकता है। AR के ये 4 प्रकार (Types of Augmented Reality) निम्नलिखित हैं :-
1. मार्कर-आधारित AR (Marker-Based AR)
मार्कर-आधारित AR विशिष्ट Images या Patterns (जैसे कि QR Code, Logo या Barcode) का उपयोग करता है। जब डिवाइस का कैमरा इन Markers को Scan करता है! तो संबंधित Digital Content (3D मॉडल, वीडियो आदि) प्रदर्शित होता है। उदाहरण के लिए, Anatomy 4D, जो मानव शरीर की सरंचना को Interactive तरीके से दिखाता है।
2. मार्करलेस AR (Markerless AR)
मार्करलेस AR को किसी विशिष्ट मार्कर की आवश्यकता नहीं होती। यह GPS, Accelerometer और Computer Vision का उपयोग करके Real Environment में Digital Objects को प्लेस करता है। उदाहरण के लिए, IKEA Place ऐप बिना किसी मार्कर के आपके कमरे में फर्नीचर का 3D प्रीव्यू दिखाता है। इसी तरह Google Maps Live View सड़कों पर AR Navigation प्रदान करता है।
3. प्रोजेक्शन-आधारित AR (Projection-Based AR)
इसमें Digital Image या Video को वास्तविक सतहों (जैसे दीवार या टेबल) पर Project किया जाता है। यह तकनीक Holographic Display या Interactive Projection में उपयोग की जाती है। उदाहरण के लिए, कार निर्माता वाहन के इंटीरियर को AR Projection से दिखाते हैं। इसी तरह Museum में प्रोजेक्टेड 3D मॉडल्स भी इसी श्रेणी में आते हैं।
4. सुपरइम्पोज़िशन AR (Superimposition-Based AR)
सुपरइम्पोजिशन AR में वास्तविक वस्तु को पूरी तरह या आंशिक रूप से Digital Image से Replace किया जाता है। उदाहरण के लिए, Medical AR में सर्जन मरीज के शरीर पर Virtual X-Ray या Anatomy Layer को ऑवरले करके देख सकते हैं। इसी तरह Retail में ग्राहक Virtual Clothes को खुद पर Try करके देख सकते हैं।
Augmented Reality (AR) के उपयोग
आज AR Technology सिर्फ Gaming और Entertainment तक ही सीमित नहीं है। बल्कि यह हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा बन चुकी है। आज शिक्षा से लेकर, चिकित्सा, ई-कॉमर्स, रक्षा, उद्योग और पर्यटन तक में इसका व्यापक स्तर पर इस्तेमाल हो रहा है। आइए, AR के कुछ रियल लाइफ उदाहरण (Applications of Augmented Reality) देखते हैं।
1. AR in Education & Training
AR ने शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति ला दी है। इसके माध्यम से छात्र कठिन विषयों को आसानी से समझ सकते हैं। उदाहरण के लिए, Anatomy के छात्र AR के जरिए Human Body के 3D Models देखकर आसानी से समझ सकते हैं। इसी तरह, Engineering के छात्र मशीनों के पार्ट्स को Virtually Disassemble करके उनकी कार्यप्रणाली समझ सकते हैं।
2. AR in Healthcare
स्वास्थ्य सेवाओं में भी Augmented Reality का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। AR की मदद से सर्जन, मरीज के शरीर की अंदरूनी संरचना को Virtually देखकर सटीक ऑपरेशन कर सकते हैं। इसके अलावा, मेडिकल छात्रों को प्रशिक्षण देने के लिए भी AR का उपयोग किया जाता है। जिससे वे बिना किसी वास्तविक मरीज के भी Human Body पर अभ्यास कर सकते हैं।
3. AR in Gaming & Entertainment
गेमिंग के क्षेत्र में Augmented Reality ने एक नया आयाम जोड़ दिया है। Pokemon Go जैसे Games ने वास्तविक दुनिया को गेमिंग के साथ जोड़ दिया है। इसके अलावा, मनोरंजन के क्षेत्र में भी AR की बड़ी भूमिका है। Snapchat और Instagram जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर AR Filters का उपयोग करके यूजर्स अपने Photos और Videos को और भी मजेदार बना सकते हैं।
4. AR in Retail & E-commerce
AR ने Online Shopping को भी पूरी तरह से बदल दिया है। अब ग्राहक बिना किसी फिजिकल स्टोर पर गए, AR के माध्यम से Products को Virtually Try कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, Amazon ग्राहकों को यह देखने की सुविधा देता है कि कोई Product उनके Home या Room में कैसा दिखेगा। इसी तरह, कॉस्मेटिक कंपनियां AR के जरिए Virtual Makeup Trial की सुविधा देती हैं।
5. AR in Manufacturing & Maintenance
उद्योगों में मशीनों के रखरखाव और मरम्मत के लिए Augmented Reality का उपयोग किया जा रहा है। टेक्निशियन AR Glass पहनकर मशीनों के Parts की जानकारी और Repair Guide को वास्तविक समय में देख सकते हैं। इससे न केवल समय की बचत होती है। बल्कि काम की सटीकता भी बढ़ती है।
6. AR in Military & Defense
सैन्य क्षेत्र में भी AR (Augmented Reality) का व्यापक स्तर पर इस्तेमाल हो रहा है। यह तकनीक सैनिकों को प्रशिक्षण देने में मददगार साबित हो रही है। साथ ही युद्ध के मैदान में Real-Time Information के लिए भी AR का उपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा AR Helmets के माध्यम से सैनिकों को दुश्मन की स्थिति, मौसम की जानकारी और सटीक Navigation Data मिलता है। जिससे वे बेहतर निर्णय ले पाते हैं।
7. AR in Tourism & Navigation
पर्यटन के क्षेत्र में Augmented Reality (AR) महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। Tourists को ऐतिहासिक स्थलों के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए AR का उपयोग किया जा रहा है। उदाहरण के लिए, AR Apps के माध्यम से पर्यटक किसी Historical Monument को Scan करके उसके बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, Google Maps का AR Navigation फीचर भी यूजर्स को सही दिशा दिखाने में काफी मदद करता है।
Augmented Reality (AR) के फायदे
जब हम Augmented Reality के व्यावहारिक लाभों की बात करते हैं! यह हमारे हाथों में एक ऐसा टूल है! जो जटिल चीजों को सरल, दूर की चीजों को नजदीक, और अमूर्त अवधारणाओं को मूर्त रूप देता है। असल में, इस तकनीक के बहुत-से लाभ हैं। आइए, ऑगमेंटेड रियलिटी के मुख्य फायदों (Advantages of AR) पर एक नजर डालते हैं :-
1. इंटरएक्टिव लर्निंग (Interactive Learning)
AR ने शिक्षा को और अधिक रोचक व प्रभावी बना दिया है। छात्र 3D Models और Animation के माध्यम से जटिल अवधारणाओं को आसानी से समझ सकते हैं। उदाहरण के लिए, मेडिकल छात्र AR के जरिए मानव शरीर की संरचना को Virtual तरीके से देख और समझ सकते हैं। जिससे उनकी सीखने की प्रक्रिया और अधिक प्रभावी हो जाती है।
2. बेहतर यूजर अनुभव (Enhanced User Experience)
AR यूजर्स को एक अद्वितीय और इंटरएक्टिव अनुभव प्रदान करता है। उदाहरण के लिए, रिटेल सेक्टर में ग्राहक AR के माध्यम से Products को Virtually Try कर सकते हैं। जिससे उन्हें बेहतर खरीददारी करने में मदद मिलती है। इसी तरह, गेमिंग में AR ने यूजर्स वास्तविक दुनिया के साथ Interact कर सकते हैं।
3. लागत में कमी (Cost-Effective)
AR ने कई उद्योगों में लागत को कम करने में मदद की है। उदाहरण के लिए, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में इससे Training और Maintenance की लागत कम हो गई है। क्योंकि टेक्निशियन AR ग्लासेस के माध्यम से मशीनों की मरम्मत कर सकते हैं। जिससे समय और पैसा दोनों की बचत होती है।
4. रियल-टाइम डेटा (Real-Time Data)
AR उपयोगकर्ताओं को Real-Time-Data प्रदान करता है। जिससे वे त्वरित निर्णय (Quick Decisions) ले सकते हैं। उदाहरण के लिए, सैन्य क्षेत्र में सैनिकों को AR Helmets के माध्यम से दुश्मन की स्थिति और मौसम की जानकारी मिलती है। जिससे वे बेहतर रणनीति बना सकते हैं।
Augmented Reality (AR) के नुकसान
हालांकि AR Technology के बहुत-से फायदे हैं। लेकिन इसके कुछ नुकसान (समस्याएं) भी हैं। जिनके बारे में जानना और बात करना बहुत जरूरी है। तो आइए, AR के नुकसानों (Disadvantages of Augmented Reality) के बारे में जानते हैं।
1. उच्च लागत (High Cost)
एआर तकनीक काफी महंगी है। इसे विकसित और उपयोग करने के लिए महंगे हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की आवश्यकता होती है। उदाहरण के लिए, AR Glasses (जैसे कि Microsoft HoloLens) की कीमत आम यूजर्स के लिए बहुत अधिक है। जिससे इसका व्यापक उपयोग सीमित हो जाता है।
2. प्राइवेसी इश्यू (Privacy Concerns)
AR डिवाइस अक्सर Camera और Sensors का उपयोग करते हैं। जिससे यूजर्स की Privacy को खतरा हो सकता है। उदाहरण के लिए, AR Apps यूजर्स के Location और Personal Data को एकत्र करते हैं। जिसका दुरुपयोग होने की संभावना होती है।
3. तकनीकी सीमाएँ (Technical Limitations)
AR तकनीक अभी भी विकास के चरण में है। और इसकी कुछ सीमाएँ (Limitations) हैं। उदाहरण के लिए, AR Device की बैटरी लाइफ कम होती है। और वे भारी हो सकते हैं। इसके अलावा, AR ऐप्स को सही तरीके से काम करने के लिए High Speed Internet की आवश्यकता होती है। जो दूर-दराज के क्षेत्रों में उपलब्ध नहीं होता है।
4. स्वास्थ्य प्रभाव (Health Effects)
AR डिवाइस के लंबे समय तक उपयोग से यूजर्स की आँखों पर दबाव पड़ता है। उदाहरण के लिए, AR Glasses पहनकर लंबे समय तक काम करने से आँखों में थकान और सिरदर्द हो सकता है। इसके अलावा, AR Games खेलते समय यूजर्स वास्तविक दुनिया से अनजान रहते हैं। जिससे Accidents हो सकती हैं।
Augmented Reality (AR) का भविष्य
AR का भविष्य अभूतपूर्व संभावनाओं से भरा है। तकनीकी प्रगति के साथ, AR न केवल हमारे दैनिक जीवन को बदलेगा। बल्कि उद्योगों, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और मनोरंजन के क्षेत्र में भी क्रांति लाएगा।
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शिक्षा के क्षेत्र में, छात्र इतिहास की घटनाओं को अपने आसपास घटित होते हुए देख सकेंगे या जटिल वैज्ञानिक अवधारणाओं को 3D Models के रूप में समझ सकेंगे। इसके अलावा, AR Healthcare में डॉक्टरों को Surgery के दौरान Real Time data प्रदान करके उनकी सटीकता बढ़ाएगा। आने वाले वक्त में हमें Augmented Reality में निम्न Updates देखने को मिलेंगे :-
- AR क्लाउड (Cloud AR): डेटा प्रोसेसिंग क्लाउड पर होगी। जिससे डिवाइस की शक्ति बचेगी।
- 5G और AR: अल्ट्रा-फास्ट इंटरनेट से Real Time AR अनुभव बेहतर होगा।
- AI + AR का संयोजन: AI-Based ऑब्जेक्ट रिकग्निशन संभव होगा। (जैसे Google Lens)।
- वेब-आधारित AR (WebAR): बिना ऐप इंस्टॉल किए Browser पर AR चलेगा। (जैसे 8th Wall)।
- AR ग्लासेस का विकास: Apple Vision Pro, Meta AR Glasses जैसे उत्पाद अधिक एडवांस्ड होंगे।
भविष्य में, AR ग्लासेस और कॉन्टैक्ट लेंस हमारी आँखों के सामने सीधे जानकारी प्रदर्शित करेंगे। जिससे हम हाथों से मुक्त होकर दुनिया के साथ Interact कर पाएँगे। वहीं Smart Cities में, AR Traffic Management, Navigation और Emergency Services को भी अधिक तेज व कुशल बनाएगा।
Augmented Reality (AR) : निष्कर्ष
AR तकनीक तेजी से विकसित हो रही है और इसके अनगिनत संभावित उपयोग हैं। हालांकि, कुछ चुनौतियाँ जैसे उच्च लागत, डेटा गोपनीयता और तकनीकी सीमाएँ अभी भी मौजूद हैं। फिर भी, 5G, AI (Artificial Intelligence) और Metaverse के साथ मिलकर AR हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बनने जा रहा है। Augmented Reality सिर्फ एक टेक्नोलॉजी नहीं है। बल्कि मानवीय अनुभवों को बेहतर बनाने का एक माध्यम है।
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Augmented Reality (AR) : FAQs
1. AR (Augmented Reality) क्या है?
उत्तर: AR (Augmented Reality) एक ऐसी तकनीक है! जो वास्तविक दुनिया में डिजिटल तत्वों को ओवरले करके उसे इंटरैक्टिव बनाती है। उदाहरण के लिए Pokémon GO, AR फ़िल्टर्स और नेविगेशन ऐप्स।
2. क्या AR और VR एक ही हैं?
उत्तर: नहीं, AR वास्तविक दुनिया में डिजिटल तत्व जोड़ता है, जबकि VR पूरी तरह से कंप्यूटर-जनित दुनिया बनाता है।
3. क्या बिना स्मार्टफोन के AR संभव है?
उत्तर: हाँ, AR ग्लासेस (जैसे Microsoft HoloLens) या प्रोजेक्शन AR का उपयोग किया जा सकता है।
4. क्या AR सुरक्षित है?
उत्तर: हाँ, लेकिन लंबे समय तक उपयोग से आंखों पर दबाव पड़ सकता है।
5. भारत में AR का सबसे बड़ा उपयोग क्या है?
उत्तर: भारत में Education, Gaming और e-Commerce में AR का तेजी से विस्तार हो रहा है।

